देश की स्वाधीनता के बाद सर्वसाधारण द्वारा नशों का उपयोग करने से बेहद बढ़ोत्तरी हुई है । शराब, भांग, अफीम, गांजा, तंबाकू, सिगरेट आदि नशे मनुष्य का शारीरिक स्वास्थ्य नष्ट करने के साथ-साथ उसकी मानसिक शक्तियों और आर्थिक स्थिति को भी कमजोर कर देते हैं । स्मैक जैसे नशे का केवल एक बार उपयोग करने से व्यक्ति का जीवन सदा के लिए उसके क्रूर चंगुल में फंस जाता है और अंत में प्राण लेने के बाद वह मनुष्य को छोड़ता है । नशों का उपयोग करने से पारिवारिक शांति नष्ट होती है । बङों द्वारा नशों का उपयोग करना बच्चों पर बहुत खराब असर डालता है । अत: यदि आपको अपने तथा अपने परिवार के स्वास्थ्य, सुख और शांति का थोङा-सा भी ख्याल है तो नशों का इस्तेमाल करने से दूर रहिए । डॉक्टरों के अनुसार, सभी नशे व्यक्ति की पाचन प्रणाली, स्नायु तंत्र, जिगर, फेफङे, गुर्दे आदि को हानि पहुंचाते हैं ।
नशों की आदत से छुटकारा दिलाने में ‘अस्कोहतिक एनोनिमस’ नामक संस्था प्रशंसनीय कार्य कर रही है । इस संस्था की शाखाएं भारत के सभी प्रमुख नगरों में है । यदि कोई व्यक्ति किसी नशे का आदी बनता जा रहा है या बन चुका है तो उसे इस संस्था से संपर्क करना चाहिए ।