कारण
स्त्रियों की अपेक्षा पुरुषों के जोडों में दर्द अधिक होता है ।
यह रोग अधिक गरम तथा अधिक ठंडे स्थानों पर रहने मशीनी चावल, मैदा, मावा, चीनी, गरम मसाले, चाट, मांस, मछली एवं अण्डे आदि का अधिक सेवन करने और शारीरिक परिश्रम की कमी के कारण को जाता है।
लक्षण
जोड़ों में दर्द होने यर भोजन के प्रति अरुचि पैदा हो जाती है । प्यास अधिक और बार-बार लगती है । शरीर में भारीपन तथा आलस्य छाया रहता है । रोगी को उठने – बैठने तथा चलने-फिरने में अपार दर्द होता है । यह रोग सर्दी और बर्षा ऋतु में काफी अधिक कष्ट पहुंचाता है।
उपचार
चोकर सहित गेहूं का आटा लेकर उसे कच्चे नारियल के पानी में पकाएं । फिर इसका लेप जोडों के दर्द वाले स्थान पर करें ।
- मक्का के दाने और करेले के पके हुए बीज – दोनों चीजों को पीसकर पानी में लेप बना लें । फिर इस लेप को जोङो पर लगाएं ।
- गेहूं के दाने, सोंठ, कालो मिर्च, पीपल, लहसुन एवं सफेद जीरा 2 5 – 2 5 ग्राम और हींग 2 रत्ती – इन सबकी चटनी बनाकर रख लें । इसमें से 4 ग्राम चटनी शहद के साथ सेवन करें।
- कच्चा गेहूं, सोंठ तथा गिलीय – सभी चीजें बराबर-बराबर मात्रा में लेकर कूट डालें । फिर इसे 2 कप पानी में डालकर उबाल-छानकर को खुराक कर लें । सुबह-शाम भोजन के पश्चात इसका सेवन करें।
- गेहूं के कोंपल का रस चार चम्मच तथा लहसुन का रस आधा चम्मच – दोनों को देसी घी में मिलाकर नित्य तीन बार सेवन करें।
- गेहूं तथा बाजरे की रोटी खाने से जोडों का दर्द कम हो जाता है।
- गेहूं के कोंपल का 2 चम्मच रस प्रतिदिन सुबह रोगी को चटाएं।
- सोयाबीन, सोया का दूध या सोया की रोटी का सेवन करें।
- बाजरे के दलिया में दो चुटकी हरड़ का चूर्ण मिलाकर खाएं।
- बाजरा, अजवायन तथा मेथी – तीनों के समभाग का काढा पिएं।
haddiyon aur jodon mein dard ka kaaran, lakshan aur aayurvedik evan ghareloo upachaar, Bone and joint pain causes, symptoms and herbal and home remedies, हड्डियों और जोड़ों में दर्द का कारण, लक्षण और आयुर्वेदिक एवं घरेलू उपचार