यदि आंख में कुछ पङ जाये तो आंख को मसलना नहीं चाहिए । व्यक्ति को चित लिटाकर, आंख का पपोटा उलटकर देखें । यदि आंख में पङी वस्तु दिखाई दे तो इसे साफ रूई या कपड़े द्वारा धीरे से निकाल दें । यदि कोई ऐसी वस्तु आंख में पङ जाये जो दिखाई न दे तो खुले मुंह से साफ बर्तन में पानी लें और इसमें अपने चेहरे को डालते हुए कुछ बार आंख खोलें एवं बंद करें । ऐसा करने से वह वस्तु बाहर निकल जायेगी । यह उपाय यदि सफल सिद्ध न हो तो आंख से तनिक घी लगाकर ऊपर से रूई की पट्टी बांध दी जाये । कुछ घण्टे बाद वस्तु अपने आप ही बाहर निकल जायेगी ।
आंख में चूना गिरने पर तुंरत ठण्डे पानी की छींटें मारने चाहिए तथा बाद में ग्लैसरीन की दो बूंदें आंख में टपका दें ।
जब कभी आंख में गरम तेल या घी का छींटा पङ जाये तो बराबर मात्रा में चूने का पानी एवं नारियल का तेल मिलाकर इसकी टकोर करें ।
आंख में लोहे का कण गिरने पर इसे मिकनातीस पत्थर द्वारा निकाला जा सकता है । इसके बाद नारियल के तेल की एक-दो बूंदें आंख में डालनी चाहिए और जब आंख में आग, बारूद आदि किसी चीज की चिनगारी गिर जाये तो तुरंत बाद घी या अण्डे की सफेदी की एक-दो बूंदें टपका दें । ऊपर से पट्टी बांध दें ।