हंसना-हँसाना : स्वास्थ्य का खजाना
शालीमार बाग, दिल्ली के प्रतिष्ठित फिजियोथेरापिस्ट डॉ. ए. के. गोयल के अनुसार, भारत से हुए नवीनतम प्रयोगों से यह सिद्ध हो चुना है कि शुद्ध हवा में जी खोलकर हंसने से व्यक्ति के तन-मन ने नवीन स्कूर्ति तथा शक्ति का संचार होता है और रोगों से लड़ने की शक्ति बढती है । दिल खोलकर हंसने से अनेक प्रकार के स्थानक रोगों से लाभ मिलता है । डॉ. गोयल अपने मरीजों को भी चुटकले सुनने-सुनाने के लिए उत्साहित करते है ।
जता दीर्घ आयु तक स्वस्थ वने रहने के लिए नियमित रूप से जाये घटे तक बागचामीचों की शुद्ध वायु में जी खोलकर हंसिए । इससे अधिक शक्तिवर्धक और योवनदाता टॉनिक का आविष्कार अभी तक नहीं हुआ है ।
मनोचिकित्सकों द्वारा गत चालीस वर्षों में किए गए निरीक्षणों के अनुसार, हंसमुख स्वभाव के व्यक्ति तुनकमिजाज़, गुस्सेल, झगड़ालू और बिन्तित लोगो से अधिक स्वस्थ रहते है । उनकी आयु भी लंबी होती है ।
अत: अपने स्वभाव को हंसमुख बनाने का प्रयत्न करिए और नियमित रूप से हंसी के टॉनिक का उपयोग लीजिए । स्वास्थ्य एवं सीन्दर्य का इससे सरल, स्वाभाविक, सस्ता और शक्तिशाली कोई नुरखा नहीं । इसके लिए हंसीन्नजाक और चुष्ट्रयले से भरपूर पुस्तके पहिए, हास्य रस की फिल्में एव नाटक आदि देखिए ।