जाग के कारण यदि त्वचा जल या झुलस गई हो तो तुरन्त खाने का सोडा या बोरिक पानी में घोलकर जले हुए स्थान पर लगायें । कच्चा आलू पीसकर भी प्रयोग में लाया जा सकता है । इससे जलन दूर होती है तथा आबला (छाला) पङने से संभावना नहीं रहती ।
यदि त्वचा पर छाले पङ जायें तो बारीक सुई को पहले स्पिरिट आदि से कीटाणु-रहित करके, इसकी नोक द्वारा छाले छेदकर पानी निकाल दे और घावों पर चूने का मलहम, नारियल का तेल मिलाकर लगायें । खौलते हुए पानी या बारूद फट जाने के कारण जले और झुलसे स्थान पर भी उपर्युक्त पदार्थों को ही प्रयोग में लाया जा सकता है ।