कारण
पीलिया की बीमारी यकृत की खराबी के कारण होती है ।
यह रोग अधिक मैथुन करने, खटाई, लाल मिर्च, नमक, शराब तथा तंबाकू का सेवन अधिक करने एवं दिन में प्रायः सोने आदि के कारण को जाता है।
लक्षण
इस रोग के शुरू में जी मिचलाता है । हृदय की धड़कन बढ़ जाती है । जीभ मैली हो जाती है । त्वचा, नाखून, आंखें तथा हाथ – पैर आदि पीले पड़ जाते हैं । भूख कम लगती है । प्लीहा तथा जिगर बढ़ जाता है ।
उपचार
जौ के थोड़े से आटे को कड़ाही में सूखा भूनकर इसमें एक चम्मच हल्दी और थोड़ा – सा नमक डालें । फिर इस आटे को खाकर ऊपर से मट्ठा पी जाएं ।
- गेहूं के आटे में एक चम्मच नीम के पत्तों का रस तथा आधा चम्मच सोंठ मिलाकर रोटी बनाकर कुछ दिनों तक खाएं ।
- मूली के दो-तीन चम्मच ताजे रस में दो चम्मच भुना सत्तू तथा एक चम्मच हल्दी का चूर्ण मिलाकर सेवन करें ।
- जौ का सत्तू खाकर ऊपर से 500 ग्राम गन्ने का रस पिएं ।
peeliya rog ke kaaran, lakshan, aayurvedik evan ghareloo nuskhe? Jaundice causes, symptoms, herbal and home remedies? पीलिया रोग के कारण, लक्षण, आयुर्वेदिक एवं घरेलू नुस्खे?