यदि आपके दांत निरोग, सुदुढ़ एवं सुन्दर है तो आप सदैव ही अनेक भयानक रोगों से सुरक्षित रह सकते है । विज्ञान की आधुनिक खोज द्वारा तो यहां तक सिद्ध हो चुका है कि दांत ही स्वास्थ्य का आधार है । जिस व्यक्ति के दांत खराब होते है, वह किसी-न-किसी रोग का शिकार सदैव ही बना रहता है ।
- अस्वस्थ दांतों को ठीक से साफ नहीं किया जा सकता जिससे गन्दगी एवं मैल जमा होकर मुंह में बदबू पैदा हो जाती है । साथ ही जो कुछ भी हम खाते-पीते है, यह गन्दगी शरीर के भीतर पहुंचकर भिन्न प्रकार के रोगों की उत्पत्ति का कारण बनती है ।
- खाद्य पदार्थों को चबाकर निगलना अनिवार्य होता है किंतु यदि दांत खराब हों तो यह सम्भव नहीं होता और परिणाम यह होता है कि मेदे से खराबी उत्पन्न होकर समस्त शरीर में कई प्रकार के रोग उत्पन्न हो जाते हैं ।
इसलिए अनावश्यक है कि दांतों की रक्षा की जाये तथा इन्हें स्वस्थ एव मजबूत बनाकर रखा जाये । दांत जाके व्यक्तित्व को भी आकर्षित करते हैं ।
दांतों की रक्षा कैसे करें ?
- प्रतिदिन प्रातः सबसे पहले दांतों की सफाई करनी चाहिए और इसके बाद ही किसी भी खाद्य-पदार्थ का सेवन करना चाहिए ।
- इसी प्रकार रात्रि को सोते समय भी दांत साफ करने चाहिए ताकि गन्दगी जमा रहकर रात-भर आपके स्वास्थ्य को हानि नहीं पहुंचा सके ।
- दांतों की सफाई के लिए रुचि-अनुसार दातुन, मंजन, ब्रुश आदि का प्रयोग किया जा सकता है । ब्रुश का प्रयोग सावधानीपूर्वक करना चाहिए । कहीं ऐसा न हो कि इससे आप मसूडों को लहूलुहान कर लें ।
- एक साथ अधिक गरम और ठण्डी वस्तुओं का सेवन नहीं करना चाहिए । इससे दांत खराब हो जाते हैं।
- दांतों द्वारा किसी भी कठोर वस्तु को तोड़ने का प्रयास नहीं करना चाहिए । ऐसा करने से दांत कमजोर होते हैं ।
- दांतों को, किसी-न-किसी चीज से बराबर कुरेदते रहने की आदत हानिकर है । इससे मसूढ़ों पर धाव उत्पन्न हो सकते है ।
- पान, सिगरेट, अत्यधिक गर्म चाय, कॉफी आदि और तम्बाकू खाने से भी दांत खराब हो जाते है । इन चीजों से परहेज करना चाहिए ।
- किसी भी खाद्य-पदार्थ का सेवन करते समय इसे खूब चबाकर खायें । इससे दांतों एवं मसूडों का व्यायाम हो जाता है ।
- समय-समय पर दांतों के किसी कुशल डॉक्टर से दांतों को सफाई कराते रहना चाहिए ।
- दांतों में जब भी आप किसी प्रकार का कष्ट या कोई शिकायत महसूस करें तो तुरन्त ही अपने दांतों के डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए ।
- यदि आप दातुन या ब्रुश का प्रयोग करते है तो प्रतिदिन कम-से-कम एक बार सरसों के तेल से थोङा-सा लैमूं का रस अथवा नमक मिलाकर दांतों पर मलना चाहिए । इससे न केवल दांत सुन्दर एवं चमकदार बनते हैं, बल्कि इनकी सफाई भी हो जाती है । पान और तम्बाकू का प्रयोग करने वाले व्यक्तियों को अवश्य ही इस उपाय को व्यवहार में लाना चाहिए; क्योकि उनके दांत बहुत शीघ्र खराब और गन्दे होते हैं ।
इन साधारण नियमों का पालन करके निश्चय ही आप अपने दांतों को स्वस्थ, सुन्दर और मजबूत बनाये रख सकते हैं ।